मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध पर्यटन नगरी खजुराहो में आचार्यश्री विद्यासागर जी ससंघ प्रवास पर हैं। उनके दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री श्री शिवाज सिंह चौहान सपत्नीक खजुराहो पहुंचे। वहां पहुंचकर स्थानीय श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र में प्रख्यात जैन आचार्यश्री विद्यासागर जी के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने धर्म समा को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम प्रदेश के पहले जीव दया सम्मान को खजुराहो से प्रदान करने की घोषणा करते हुए कहा कि आचार्यश्री खजुराहो में ही संसघ अपना चातुर्मास करेंगे।
चातुर्मास हेतु 29 जुलाई को खजुराहो जैन मंदिर में कलश स्थापना की जाएगी। मुख्यमंत्री जैन मंदिर परिसर पहुंचकर एक धर्मसभा को संबोधित किया और कहा गुरुवर आप मुझे ऐसा वरदान दें कि मैं सतमार्ग पर चल सकूं और प्रदेश के साढ़े सात करोड़ जनता की हर समस्या का निवारण कर सकूं। उन्होंने कहा कि मेरा आचार्यश्री से आग्रह है कि वे अपना चातुर्मास खजुराहों में ही करें।
प्रदेश सरकार द्वारा शुरु की जा रही जीवन दया सम्मान की शुरुआत आपके ही कर-कमलों से करना चाहता हूं। चातुर्मास के दौरान अगस्त के किसी रविवार को शुभारंम करने की अनुमति भी मांगी। इस पर आचार्यश्री से हाथ उठाकर उन्हें आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आचार्यश्री की प्रेरणा से चल रहे हथकरघा, गौशालाओं और अस्पतालों की सराहना की। आचार्यश्री ने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद देकर एक नसीहत भी दी कि जब बात विकास या समृद्धि की हो तो पूरे प्रदेश की नहीं बल्कि पूरे देश की समृद्धि और विकास की बात होनी चाहिए।
आचार्यश्री के दीक्षा के 50 वर्ष पूर्ण होने पर जैन समाज द्वारा आयोजित संयम स्वर्ण महोत्सव में शीषर्स्थ संत आचार्यश्री विद्यासागर जी ससंघ विराजमान हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्यश्री का जीवन दर्शन लोगों की भलाई और कल्याण के लिए है। उन्होंने कहा कि वे आचार्यश्री की पूजा-वंदना करने के बाद ही कार्य की शुरुआत करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्यश्री की प्रेरणा से श्रमदान, पौधरोपड, गौ-सेवा से सार्थक जीवन के मूल्य को पाया जा सकेगा।