उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के भिंड नगर में चंबल के ऊंचे-ऊंचे टीलों के बीच जैन अतिशय क्षेत्र बरासो जी पंचकल्याणक महोत्सव कार्यक्रम गणाचार्य विरागसागर जी महाराज के पावन सानिध्य में धूमधाम से हो रहा है। इसी अतिशय क्षेत्र बरासों के प्राचीन दिगम्बर जैन मंदिर में गणाचार्य विराग सागर जी महाराज ने इस बंद कमरे में कुछ खास होने के एहसास के बाद कौतूहलतावश 800 वर्ष से बंद पड़े एक कमरे को खुलवाया गया तो वहां पर एक गुफा निकली। इसके नीचे और एक मंजिल होने के साथ प्राचीन मूर्तियां मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। फिलहाल अभी कमरे की साफ-सफाई शुरु करवा दी गयी है।
जैन मंदिर बरासो में भगवान महावीर स्वामी का समोशरण
यहां के बारे में कहा जाता है कि भगवान महावीर स्वामी का समोशरण यहां आया था और यहां के जैन मंदिर देवों द्वारा निर्मित कराए गये हैं। मंदिर में विराजमान अति प्राचीन मूर्तियों की चमक और तेज ऐसा है कि प्रतिमाओं को निहारते रहने का मन करता है। मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष प्रभाष चंद्र जैन का कहना है कि गणाचार्य विरागसागर जी का कहना है कि इसमें दो मंजिला मेहरावदार मंदिर होना चाहिए। आगामी दिनों में कुछ दिन साफ-सफाई का काम चलेगा और उसके बाद अंदर जाने पर पता चलेगा कि यहां से क्या निकलता है।