तिजारा, अलवर। आचार्य श्री शांतिसागर जी छाणी समाधि महोत्सव वर्ष के अंतर्गत शाकाहार प्रवर्तक आचार्य 108 श्री ज्ञान सागर जी महाराज की प्रेरणा और सानिध्य में जिलास्तरीय भाषण, निबन्ध, चित्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
तिजारा क्षेत्र के इतिहास में “प्रथम बार” अहिंसा रैली का भव्य जुलुस जैन स्कूल से प्राररम्भ हुआ। विशाल रैली में अठ्ठाइस स्कूलों के लगभग 3150 छात्र – छात्रायें, अपने शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ जैन स्कूल के विशाल परिसर में एकत्रित हुए। सभी छात्र छात्राओं के मध्य श्री हरीश जी गुप्ता(cbo), श्री खेमा राम यादव (उपखंड अधिकारी) आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शाकाहार प्राकृतिक आहार है। शाकाहार भोजन से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है विचार भी अच्छे रहते है। आप अकेले ही शाकाहारी नहीं बने, घर में भी सभी शाकाहारी रहे, इस हेतु प्रयास करे। अंडा शाकाहारी भोजन नहीं है,वह भी एक माँ का लाल है।
आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज की प्रेरणा से जो अहिंसा रैली का आयोजन तथा शाकाहार प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है वह अद्वितीय है। आज आप सभी कुछ न कुछ अच्छा संकल्प लेकर जाए, तो निश्चित इस रैली में आने की सार्थकता है।
इसी बीच ब्रह्मचारिणी अनिता दीदी जी ने कहा–” दुख दर्द समझने को दिल में पीर चाहिए, अग्नि को बुझाने के लिए नीर चाहिए, अणुबम्बो के स्टॉक से हिंसा नही मिटती,
हिंसा को मिटाने के लिए महावीर चाहिए,आचार्य श्री ज्ञान सागर जी जैसे संत चाहिए।”
आप सभी इस रैली में सम्मलित हुए जिससे यह स्वतः फलित हो रहा है,की आप सभी निश्चित ही जीवन रक्षा के प्रति समर्पण का भाव है। आज जिनकी पावन प्रेरणा से यह विशाल रैली निकल रही है, इनकी यही भावना है कि आप सभी अपने जीवन को शाकाहारी बनाये। नशीले पदार्थो से दूर रहें, माँ पिता की आज्ञा का पालन करे, मोबाइल आदि का दुरुपयोग ना करे।
अंत मे सभी से कुछ नारे लगवाए – संडे हो या मंडे कभी न खाना अंडे; “श्री ज्ञानसागर जी का क्या कहना, हिंसक बन कर कभी न रहना।”
तदनन्तर आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज ने अपनी पीयूष वाणी द्वारा कहा कि आप सभी शाकाहार अहिंसा रैली में आकर जीव रक्षा के प्रति अपनी सद्भावनाएँ प्रेषित कर रहे हैं। जीवन रक्षा के प्रति उठाया गया ये कदम निश्चित ही हमें विपदाओं से दूर करने में माध्यम बनेगा। इस रैली का एक ही लक्ष्य है आज जो चारो और हिंसा का तांडव नृत्य हो रहा है वह बंद हो। नशीले पदार्थो से जीवन जितना दूर होगा, उतना ही विनाश के कगार से बचेगा। यह वह भारत देश है जहाँ राम, रहीम, महावीर के समय अहिंसा, दया, करुणा बरसती थी, पर आज बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि उस भारत देश मे अहिंसा, दया, करुणा खोजे नही मिल रही है। आज इस देश को कृषि और कारखानों की आवश्यकता है, कत्ल खानों की नही।आप सभी होने वाली निबन्ध भाषण प्रतियोगिता में भाग लेकर शाकाहार की गुणवत्ता से परिचित हो। मांसाहार से दूर होकर भारतीय संस्कृति को अपनाए, तभी यह रैली सफल सार्थक होगी। यह रैली मात्र अलवर जिले मे ही नही, राजस्थान प्रान्त में ही नही पूरे भारत देश में निकले। यह देश पुनः सोने की चिड़िया के नाम से प्रसिद्ध हो। शिक्षक, जिला प्रसाशन, उपखंड अधिकारी आदी ने कमेटी एवं युवा वर्ग ने जो सहयोग किया है सराहनीय है। सभी छात्र मानवीयता का विकास करें, यही भावना है।
ब्लॉक स्तरीय शाकाहार प्रतियोगिता में उमड़े प्रतिभागी :
4 अक्टूबर को परम पूज्य सराकोद्धारक राष्ट्रसंत आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी महाराज के सान्निध्य में व शिक्षा विभाग द्वारा अलवर जिले स्तरीय शाकाहार प्रतियोगिता का दूसरा चरण पूरे अलवर जिले मे बड़े ही उत्साह के साथ संपन्न हुआ।ज्ञात हो कि इस प्रतियोगिता का पहला चरण 25 /9 /19 सम्पन्न हुआ था। जिसमे करीब 4500सरकारी गैर सरकारी स्कूल के बच्चो ने भाग लिया था।ध्यान रहे कि अलवर जिले का 200 km का क्षेत्रफल है । जिसमे विजेता रहे छात्र छात्राओं का आज पूरे अलवर जिले मैं हर ब्लॉक पर पर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ । जिसमें लगभग पूरे अलवर जिले के करीब 27000 बच्चो ने भाग लिया । तिजारा के बालिका उच्च माध्यमिक विधलाय मैं यह प्रतियोगिता आयोजित हुई ।आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज ने अपनी पीयूष वाणी द्वरा कहा कि व्यक्ति को कभी भी अहंकार नही करना चाहिए।जीवन मैं गुरु जरूरी है,गुरुर नही।क्योकि अहंकार व्यक्ति के जीवन मे विकास के द्वारो को रोक देता है,नर जीवन मिला है तो सद्गुणों से अपनी झोली भरने के लिए। दुर्गुणों को जीवन मैं स्थान मत दो: जब भी जीवन मे किसी बुराई का प्रवेश हो जाये,तत्काल उसे दूर करने का प्रयास करना चाहिए।संसार के कार्यो को जितनी रुचि के साथ करता है,उससे कही अधिक रुचि के साथ धार्मिक कार्यो को करना चाहिए, क्योकि भजन करोगे तभी भोजन मिलेगा,जब माला फ़ेरोगे तभी मालामाल होंगे:जब परमात्मा के पास जाओगे तभी परिवार आपका सुखी रहेगा।आज आप भोजन तो चाहते हो,पर भजन करने मे प्रमाद करते हो ,आप मालामाल होना तो चाहते हो,पर माला फेरने मैं प्रमाद करते हो ,प्रभु का नाम लेने मैं प्रमाद मत करो
इस प्रतियोगिता मैं तिजारा ब्लॉक के 2050 बच्चो ने भाग लिया । प्रतियोगिता के सफल आयोजान के लिए देहरा जैन मंदिर कमेटी से सचिव अंकुश जैन व उपाध्यक्ष विजय जैन ने सभी को बहुत बहुत धन्यवाद दिया और बताया की आज जो बच्चे विजयी रहेंगे उनका फाइनल एक्जाम ५ नवंबर को जैन मंदिर तिजारा मै आयोजित होगा व ६ नवंबर को सभी चयनित बच्चो का सम्मान किया जाएगा । इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन मैं cbo हरीश गुप्ता जी,देशपाल यादव संयोजक शाकाहार प्रतियोगिता , बने सिंग गुर्जरओमप्रकाश गुप्ता,मीरा मुखीजा,नरोत्तम सोनी, सोदान सैनी विजय जैन दीपक जैन,संजय बजाज,प्रेमसागर जैन ,विजय लक्ष्मी मैडम,रामकिशोर शर्मा,राजकिरण,जस्सू सैनी,विष्णु,रोहिताश,रिंकू भारद्वाज आदि व समस्त बालिका उ. मा. विद्यालय का विशेष सहयोग रहा । उक्त जानकारी डॉ. सुनील जैन संचय ललितपुर ने दी।