छत्तीसगढ़ के धमतरी नगर में 48 सालों के बाद जैन समाज का दीक्षा समारोह सम्पन्न हो रहा है। अंकिता लूनिया के साध्वी बनने से पूर्व शुक्रवार को विशाल शोभायात्रा निकाली गई। प्रात: 08.00 बजे से विंध्यवासिनी मंदिर के सामुदायिक भवन से शोभायात्रा की शुरुआत हुई, जिसमें बरघोड़ा के अलावा आदिवासी पारंपरिक नृत्य का आयोजन भी किया गया। दीक्षार्थी ऊंचे मयूररथ पर सवार थी और उन्हें देखने के लिए सड़क के दोनों तरफ, यहां तक कि अपनी-अपनी छतों और बालकनियों से टकटकी लगाये देख रहे थे।
नगर में शोभायात्रा का स्वागत जैन समाज के अलावा अन्य धार्मिक संगठनों ने भी किया। अंकिता लूनिया को दीक्षा पुरानी कृषि उपज मंडी में आयोजित समारोह में प्रदान की गई। अंकिता के स्वागत हेतु जगह-जगह स्वागत द्वार बनाये गये। बता दें कि इस नगर में 48 साल बाद दीक्षा समारोह होने से लोगों में अति उत्साह है और वे बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। सिंधी समाज, मराठा समाज, गुजराती समाज, साहू समाज सहित अन्य विभिन्न धर्मो और संगठनों के लोगों ने आयोजन स्थल पहुंचकर अंकिता का स्वागत और अभिनंदन कर शुभकामनाएं दी। रात 10 बजे से भक्ति संगीत का आयोजन के बाद विदाई कार्यक्रम हुआ। दीक्षा समारोह में आध्यात्म योगी महेंद्र सागर, मरुधर ज्योति, साध्वी मणिप्रभा, मनोरंजना, स्नेहयसा सहित 25 साधु-साध्वी पहुंचे।