शिवपुरी, लुकवासा क्षेत्र के प्राचीन गांव साखनोर के चंद्रप्रभु पंचायती जैन मंदिर से जैन धर्म के 8वें तीर्थकर चंद्रप्रभु की 100 वर्ष पुरानी प्राचीन पीतल की मूर्ति सहित 20 वर्ष पुरानी 23वें तीर्थकर पार्श्वनाथ की मूर्ति की चोरी की घटना को अज्ञात चोरों द्वारा अंजाम दिया गया। हैरानी की बात यह है कि चोरों द्वारा मंदिर के मुख्यद्वार का ताला नहीं तोड़कर नहीं बल्कि मंदिर के अंदर फांदकर और अंदर से कुंडी लगाकर इस चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। दोनों प्रतिमाएं अष्टधातु की हैं, जो देखने में सोने जैसी चमकती है। चोरी गई चंद्रप्रभु और पार्श्वनाथ की दो मूर्तियों सहित 125 ग्राम का चांदी का कलश भी चुराकर ले गये।
पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।