राजस्थान के बूंदी नगर के धोवड़ा गांव में मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज ससंघ ने श्री दिगम्बर जैन मंदिर में भारतीय वायुसैनिक विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की सकुशल वतन वापिसी के लिए श्री शांतिनाथ भगवान की शांतिधारा की साथ ही देश की सीमाओं पर तैनात सैनिकों के नाम का अभिषेक पूजन किया। इस के साथ ही सभी समाज से अभिनंदन के नाम की णमोकार मंत्र की माला जपने की अपील की थी।
ये उनके द्वारा की गयी भगवान शांतिनाथ भगवान की शांतिधारा एवं णमोकार मंत्र का ही प्रभाव है कि हमारे जांबाज अभिनंदन की आज सकुशल वतन वापिसी हो रही है। मुनिश्री सुधासागर जी ने एक धर्मसभा में कहा कि मेरा सारा पुण्य उस जांबाज कमांडर के नाम समर्पित है, जिसने अपनी जान की परवाह किये बिना दूसरे देश के कब्जे में है। मुनिश्री ने कहा कि भावनाओं में बहुत बड़ी ताकत होती है।
उन्होंने कहा कि देश का सैनिक भारतमाता की रक्षा के लिए लड़ रहा है । एक सैनिक अपने के लिए कुछ नहीं करता बल्कि वह देश के लिए सब कुछ न्यौछावर होने को तत्पर रहता है। सैनिक की वजह से ही हमारा देश और हमारी संस्कृति सुरक्षित है। उन्होंने आगे कहा कि अपना देश बहुत दयालु है, प्लीज, सॉरी बोलने पर माफ कर देता है किंतु पीठ में छुरा घोंपने वालों को कभी माफ नहीं करता।
उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि देश की रक्षा के लिए पीछे मत हटना। देश के लिए कुर्बानी देनी पड़े, तलवार उठानी पड़े तो उठा लेना, उससे किसी तरह की हिंसा नहीं लगेगी। राजनीतिज्ञों को संदेश देते हुए कहा कि वोटों के लिए आपस में लड़ लेना किंतु देश के लिए एक हो जाना। यही हमारी भारतीय संस्कृति है।