मूक जीवों की रक्षा के लिए जैन मुनि चंद्रप्रभ सहित कई संतों ने कई बार बूचढ़खानों को बंद करवाने के लिए अनशन और प्रदर्शन किया है किंतु तत्कालीन सपा सरकार के कानों तक इनकी आवाज नहीं पहुंच पाई। इसका बड़ा कारण कत्लखानों और बूचड़खानों के मालिक मोटे पैसे के बल पर नीचे से ऊपर तक मैनेज करते रहे और अपना अवैध कारोबार चलाते रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनते ही अवैध बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। ऐसे लखीमपुर खीरी में बिना लाइसेंस के चलने वाला बूचड़खाना मंगलवाल सील कर दिया।
इससे पूर्व सोमवार को भी कुछ बूचड़खानें बंद किये गये थे। उत्तर प्रदेश विधान चुनाव में योगी ने बूचड़खानों का मुद्दा उठाया था। योगी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रदेश में चल रहे अवैध बूचड़खानों को बंद किया जाएगा। इसी तरह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी बूचड़खानो को बंद करने की बात अपने संबोधन में बोलते रहे हैं। ऐसे में भाजपा सरकार बनने के बाद बूचड़खानों को बंद करने की कार्रवाई इसी का एक हिस्सा है।