जहाजपुर। स्वस्ति धाम में मुनिसुव्रतनाथ जिनबिंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महाेत्सव एवं विश्वशांति महायज्ञ के लिए शुक्रवार सुबह आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज व विनित सागर जी महाराज ने संघ सहित मंगल प्रवेश किया। वही चावंडिया चाैराहापर आ चार्य संघ व स्वस्तिभूषण माताजी के मिलन का साक्षी बना। यह मिलन अभूतपूर्व रहा काफी संख्या मे भक्तगण इसके साक्षी बने स्वस्तिभूषण माताजी ने जब झुककर आचार्य संघ की वंदना की, वह क्षण सचमुच गदगद करने वाला था। आर्यिका संघ ने आचार्य संघ की परिक्रमा की यह ऐसा पल रहा जो सदा सदा मौजूद भक्तो के नयन पटल पर अंकित रहेगा।
विनय संपन्नता का एक उत्क्रष्ट उदाहरण देखने को मिला। कार्याध्यक्ष जयकुमार काेठारी व लाभचंद काला ने बताया कि मुख्य मार्गाें से हाेते हुए आचार्य स्वस्ति धाम पहुंचे।, जहां सिंहद्वार व चंदनबाला भवन का उद्घाटन व प्रवचन हुए। करीब 6 किमी शाेभायात्रा में विभिन्न जिलाें से रंग-बिरंगी पाेशाक पहने श्रावक-श्राविकाएं पहुंची। इससे पहले सुबह सवा 8 बजे देवली राेड स्थित ज्ञानदीप पब्लिक से आचार्यश्री ने विहार किया।
— अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी