दमोह, आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ससंघ अपने विहार यात्रा के दौरान मारा गांव के स्कूल में रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार प्रात: पथरिया की ओर विहार किया। लगभग प्रात: 08.00 बजे पथरिया पहुंचने पर आचार्यश्री एवं ससंघ का वहां के जैन समाज ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान आचार्य गुरूवर के जय-जयकारों से नगर गूंज उठा। जैसे ही पथरिया जैन समाज को आचार्यश्री के आगमन की सूचना मिली, वैसे ही वहां के जैन समाज के लोग अति उत्साहित हो गये। समाज ने तत्काल सभी महाराजों के आहार की व्यवस्था की और अपने-अपने घरों में चौके लगाए, जिसमें बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग दमोह रोड पर विरोग्योदय तीर्थस्थल के पास एकत्रित हुए।
यहां से आचार्यश्री ससंघ का स्वागत किया गया। ढ़ोल-नगाड़े के साथ भक्तिमय नृत्य करते समाज के लोग आचार्यश्री के संघ के साथ-साथ चल रहे थे। लोगों ने खुशियों में आकषर्क रंगोली सजाई तो कई लोग आचार्यश्री की झलक पाने को लालायित नजर आए, वहीं कुछ श्रावकों ने आचार्यश्री के पाद-पक्षालन का सौभाग्य प्राप्त किया। आचार्यश्री ससंघ जैन धर्मशाला पथरिया पहुंचे, जहां आचार्यश्री एवं ससंघ के दर्शन करने हेतु पथरिया और आसपास के हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित हो गई। सभी श्रद्धालुओं को आचार्यश्री ने आर्शिवचन दिया और संक्षिप्त प्रवचन भी किये तत्पश्चात आचार्यश्री ने भगवान के दर्शन कर आहार हेतु निकल पड़े।
पथरिया के मनोज जैन परिवार को आचार्यश्री को आहार देने का सौभाग्य मिला। कुछ देर विश्राम करने के बाद आचार्यश्री ससंघ पथरिया से शाहपुर की ओर विहार किया। इस दौरान बंडा, सागर, भोपाल सहित अन्य कई रास्तों पर निकलता है। बुधवार की सुबह सुजनीपुर से विहार कर आचार्यश्री के चरण सागर में पड़ने की संभावना है। लेकिन सभी को इस बात का संशय है कि आचार्यश्री अपना चातुर्मास कहां करते हैं।