जबलपुर। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ सोमवार को रावतपुरा इंजीनियरिंग कॉलेज से तिलवारा स्थित दयोदय गौशाला पहुंचे। यहां पर महाराजश्री के दर्शन-पूजन को भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। अंधमुख भेड़ाघाट बायपास चौराहा पर महाराजश्री की आगवानी की गई। परिक्रमा, पूजन वंदन किया गया। दयोदय गौशाला में महाराजश्री ने आहार किया और शाम को होली के पावन पर्व पर जन समुदाय को आशीर्ववन प्रदान किए। मंगल प्रवचन में आचार्यश्री ने सुधारस से सभी को अभिभूत किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में समाजजन व अन्य जन मौजूद रहे।
कहा, आज तो रंग पंचमी जैसा माहौल
सिंघई इंद्रकुमार जैन ने बताया कि सुबह 9 बजे आचार्यश्री अंधमुख भेड़ाघाट बायपास चौराहा पहुंचे। यहां पर आचार्यश्री की बैंडबाजा के साथ आगवानी की गई। आचार्य श्री की आरती उतारते हुए परिक्रमा कर पूजन किया गया। तदोपरांत आचार्य श्री तिलवाराघाट दयोदय गौशाला पहुंचे। यहां पर आचार्य श्री की आहारचर्या हुई। बहनों ने आचार्यश्री को आहार कराया। शाम को मंगल प्रवचन के दौरान सभी को पर्व की बधाई देते हुए कहा, कि यहां तो रंगपंचमी का पर्व विशेष होता है, लेकिन आज होली का पर्व ही रंगपंचमी जैसा लग रहा है।
पर्व पर भुलाएं बैर भाव
जीवन में आस्था और विश्वास, चरित्र और निर्मल ज्ञान तथा अहिंसा एवं निर्बैर की भावना को बल देने वाले जैनाचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने दयोदय गौशाला में अपनी माधुर्यपूर्ण वाणी में जन समुदाय को संबोधित किया। आचार्यश्री ने होली पर्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, कि यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है। होली की तरह ही हमें भी मन की बुराईयों को भुला देना चाहिए। बैर भाव भुलाकर सद्भाव के मार्ग पर चलना चाहिए। सद्भाव में ही शांति है।
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