सिद्धक्षेत्र सिद्धवरकूट में चातुर्मासरत आचार्यश्री वर्धमान सागर जी महाराज ससंघ का पिच्छी परिवर्तन समारोह का आयोजन शनिवार को होगा। समारोह में नियम-संयमी उपस्थित होकर नयी पिच्छिकाएं भेंट करेंगे और पुरानी पिच्छियां आशीर्वाद स्वरूप तपस्वियों से प्राप्त करेंगे। क्षेत्र के कमेटी सदस्य संजय पंचोलिया ने बताया कि सिद्धक्षेत्र में मंगल वष्रायोग कर रहे आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज ससंघ वर्ष में एक बार चातुर्मास समाप्ति के मौके पर बदलते हैं। नियम एवं संयम धारण करने वाले श्रावक-श्राविकाएं पुरानी पिच्छियों को आचार्यश्री ससंघ से आशीर्वाद स्वरूप प्राप्त करेंगे।
इस अवसर पर आचार्यश्री के मंगल आर्शिवचन होंगे। सिद्धक्षेत्र पर कार्यक्रम शनिवार को प्रात:कालीन बेला से नित्य-नियम पूजा, अर्चना, अभिषेक के बाद आचार्यश्री के मंगल प्रवचन प्रवचन हाल में होंगे। पंचोलिया ने बताया कि 2 जुलाई को आचार्यश्री ससंघ का मंगल प्रवेश सिद्धवरकूट में हुआ था। लगभग 4 माह तक दो चक्री दस काम कुमारों की भूमि पर रहकर कई धार्मिक अनुष्ठानों को सम्पन्न कराया। 1 नवम्बर को प्रात:काल आचार्यश्री ससंघ का मंगल विहार सनावद की तरफ होने जा रहा है। ग्राम कोठी में संघ की आहारचर्या के बाद रात्रि विश्राम इनपुन भोगांवा स्थित राजेश जिनिंग में होगा। 2 नवम्बर की प्रात: सनावद में मंगल प्रवेश होगा।