मध्य प्रदेश के इंदौर नगर बाईपास स्थित मलयगिरि तीर्थस्थल पर आचार्य सुब्रत सागर ससंघ विराजमान हैं। कुछ दिन पूर्व देर रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने मलयगिरि तीर्थस्थल पर पत्थर फेंके और तोड़फोड़ करने के साथ आचार्य सुब्रत सागर के साथ अभद्रता की तथा उन्हें जान से मारने की धमती तक दी। इस घटना से आहत आचार्य अपने शिष्यों सहित रविवार प्रात: गांधी नगर थाने पहुंचकर उक्त अज्ञात बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
रविवार प्रात: आचार्य अपने शिष्यों सहित मलयागिरि तीर्थस्थल से गांधी नगर पुलिस स्टेशन पहुंचे। आचार्य को थाने के बाहर देख पुलिसकर्मियों ने उन्हें अंदर आने को कहा किंतु आचार्य ने थाने में अंदर आने से मना कर दिया और थाने के बाहर ही रोड़ पर बैठ गये। मामला बढ़ता देख थाने के बाहर ही पुलिस ने आचार्य की शिकायत सुनी। इसी के साथ उनके शिष्य एवं अन्य सेवादार भी वहां पहुंच गये।
आचार्य ने बताया कि वे आचार्य शिवशागर समाधिष्ठ के शिष्य हैं और मलयगिरि तीर्थस्थल में विश्रामरत हैं। शनिवार रात करीबप 11.00 बजे अज्ञात लोगों ने तीर्थस्थल पर तोड़फोड़ की और पत्थर फेंक कर धमकी भरे लहजे में बोले कि सुब्रत सागर यहां से भाग जाओ, यहां नजर मत आना नहीं तो जान से मारे जाओगे, तुम्हें कपड़े पहचा देंगे एवं झूठे चारित्रक हनन के केस में फंसा देंगे। इस घटना से आहत आचार्य ने पुलिस से सुरक्षा देने की मांग की।
इस संबंध में समाज के वरिष्ठ लोगों को बुलाकर इस समस्या का समाधान किये जाने की मांग की। मलयगिरि तीर्थस्थल के सेवादार उमेश ने बताया कि कुछ समय से तीर्थस्थल के ट्रस्ट का पैसों को लेकर विवाद चल रहा है। इसमें जयपुर का भी एक व्यक्ति शामिल है। आरोप है कि इस विवाद के चलते तीर्थस्थल पर तोड़फोड़ एवं आचार्य को जान से मारने की धमकी दी गयी है।