मुनि श्री प्रभ सागर जी ने मांस निर्यात की बंदी हेतु सरकार को दिया 16 जनवरी तक का समय


मेरठ में आये मुनि श्री प्रभ सागर जी महाराज ने मांस निर्यात और बूचड़खाने पर प्रतिबंध लगाने को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मेरठ के सदर स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में संबोधन के दौरान राज्य सरकार को चेताया कि यदि सरकार प्रतिबंध नहीं लगाती है तो वह अपने 49वें जन्मदिवस पर 17 जनवरी को मेरठ की जमीन पर संथारा लेने का निर्णय किया है। मुनि श्री कहा कि देश की पवित्र धरती, जिसमें भगवान राम और परशुराम जैसे महापुरुषों ने जन्म लिया है, उनकी धरनी पर मांस का निर्यात होना गलत है। जो देश अपने ज्ञान और तपस्या से पूरे वि में विख्यात था, वह आज मांस बांट रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि 1989 में भारत में विदेशी धन शून्य था किंतु आज विदेशी पैसे का भंडार है तो फिर मांस का निर्यात क्यों किया जा रहा है। उन्होंने राज्य सरकार के मंत्री आजम खां से कहा है कि मांस निर्यात पर रोक के लिए वह उनका साथ दें।

मुनि श्री प्रभ सागर जी महाराज इस तरह के आंदोलन पहले भी कर चुके हैं। उन्होंने लंबे समय तक आंदोलन किया था किंतु जब वह अपनी जिद पर अड़े रहे तो सरकार ने उनका आंदोलन खत्म करवा दिया। 2014 में मुनि श्री ने बाबा मनोहरनाथ मंदिर में भी अनशन किया था किंतु कत्लखाने को बंद कराने के आासन के बाद रामदेव ने मुनि श्री का अनशन समाप्त करवाया था।


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