श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ कचनेर क्षेत्र महाराष्ट्र प्रांत के ओरंगाबाद जिला से करीब ३५ किलोमीटर दूर स्थित हैं. भगवान पार्श्वनाथ की अतिशय मनोवांछित फलदायक प्रतिमा विराजमान है. लोकोक्ति के अनुसार इस मूर्ति का सर धड से अलग हो गया, तब श्रावको ने उसके स्थान पर अन्य मूर्ति स्थापित करनी चाही तो श्रावक को स्वप्ना आया की एक कमरे में गड्ढा बनाकर खंडित मूर्ति को उसमें रखकर गड्ढे में घी-शक्कर भर दो, सात दिन की अखंड पूजन से मूर्ति पूर्ववत् हो जायेगी. एसा ही होने पर प्रतिमा की पुन: प्रतिष्ठा की गयी हैं. प्रभ चिंतामणि पार्श्वनाथ के दर्शन मात्र से लोगो की चिंताए दूर हो जाती हैं.
Shree Chintamani Parshwanath Kachner, located approximately 35 kilometers away from the Aurangabad district. Bhagwan Parshwanath’s excessive beautiful and fruitful statue. The recognition, our worries take away from our lives, only parshwanath bhagwan’s philosophy.