Jatwada District Aurangabad, Maharashtra


श्री १००८ संकट हर पार्श्वनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र जटवाडा, जिला औरंगाबाद महराष्ट्र, यह क्षेत्र औरंगाबाद जिले से १६ किलोमीटर दूर स्थित हैं और यहाँ स्थित प्रतिमाये ६०० वर्ष प्राचीन हैं,  सन १९८७ से यह क्षेत्र प्रकाश में आया, एक मुस्लिम व्यक्ति जो घर की नींव के लिए पत्थर निकल रहा था तो वह जमीन धसने लगी. उसे निकलने पर एक भ्यार देखा, जिस्मने २१ प्रतिमाये विराजमान श्री भगवान पदाम्प्रभु व् भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमाये अतिशय युक्त हैं. पहले एस क्षेत्र का नाम जैन्गिरी था. सन १९९७ में परम पूज्य आचार्य श्री देव्नान्दीजी महाराज का एस क्षेत्र पर आगमन हुआ. तब उन्होंने इसका नाम श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र जैन गिरी, जटवाडा रखा.

Shree 1008 Sankat Har parshwanath, Place is located 16 KM away from Aurangabad District, statue here are 600 Years old.

In year 1997, Param Pujya Acharya Shree Devnandiji maharaj arrived here, that time bhagwan shree given the name for this place “Shree Digambar Jain Atishay Kshetra Jain Giri, Jatwada. from that time this place famous with the name of JATWADA Tirth


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