Fasting Benefits – Fasting या उपवास न केवल धार्मिक , आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि स्वास्थ की दृष्टि से भी अहम है। उपवास त्योहारों-व्रतों में ही रखें, जरूरी नहीं। स्वस्थ रहने के लिए आप कभी भी उपवास कर सकते हैं। अनेक शोधात्मक तथ्य यह प्रमाणित कर चुके हैं कि Fasting करने से स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
यदि आप मानसिक रूप से शांत रहना चाहते हैं, तो महीने में एक या दो बार Fasting करें। इससे शरीर हल्का, अधिक लचीला एवं दिमाग सक्रिय रहता है। उपवास कई बीमारियों जैसे एलर्जी, आर्थराइटिस, पाचनतंत्र और त्वचा की समस्या, अस्थमा, कार्डियोवैस्कुलर आदि से बचाता है।
Fasting Benefits of Fasting
Fasting से पाचन तंत्र दुरस्त होता है, जिससे यह सुचारू रूप से काम करता है। इसके जरिए आंतों में भोजन से रस सोखने की क्रिया में वृद्धि होती है। जिनका वजन अधिक है, वे उपवास जरूर करें। Fasting के दौरान वसा कम करने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। इससे चर्बी कम होती है।
त्योहार, पर्व के साथ-साथ महीने में एक दो बार उपवास करने से हल्का महसूस होता है। यह शरीर में मौजूद बेकार और विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। जब शरीर अंदर से साफ होता है, तो मेटाबॉलिज्म बढ़ता है । भूख अधिक लगती है।
Fasting Benefits के अंतर्गत शरीर की उर्जा का स्तर बढ़ता है। शरीर के सभी अंगों में उर्जा का संचार होता है। त्वचा पर सकारात्मक रूप से असर होता है। मन शांत और दिमाग अधिक सक्रिय होता है। जो लोग गैस, कब्ज, अजीर्ण, बुखार, सिरदर्द आदि से अक्सर परेशान रहते हैं, उन्हें उपवास जरूर करते रहना चाहिए। इससे इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
अध्ययनों से पता चला है कि Fasting से मेटाबॉलिक रेट में 3 से 14 फीसदी तक बढ़ोतरी होती है। इससे पाचन क्रिया और कैलोरी जल्दी बर्न होती है। इन दिनों अन्न, पास्ता, ब्रेड, बिस्कुट , पकी हुई सब्जियों, मक्खन, जंक फूड जैसे पदार्थों के सेवन से बचें। उपवास के स्वास्थ्य लाभ नष्ट हो सकते हैं। जैनधर्म के अनुसार तो उपवास के दौरान अन्नादि लेना सर्वथा वर्जित ही है।
Fasting से नई रोग प्रतिरोधक कोशिकाएं बनती हैं। Fasting Benefits में आगे बढ़ते हुए यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया के विशेषज्ञों के अनुसार, कैंसर के मरीजों के लिए फायदेमंद है। फैट सेल्स लैप्टिन नामक हॉर्मोन का निर्माण करती है। कम कैलोरी मिलने से लैप्टिन की सक्रियता पर असर पड़ता है, जिससे वजन कम होता है।
इतना ही नहीं यह जीवनकाल को भी बढ़ाता है। एक अध्ययन में कुछ चूहों को भूखा रखा गया। ये भूखे न रखे गए चूहों के मुकाबले 83 फीसदी अधिक जिएं। धार्मिक एवं आध्यात्मिक साधना के रूप में भी इसका महत्व अधिक है। महीने में एक या दो बार उपवास करने से शरीर पर सकारात्मक असर होता है।
Fasting के जरिए अवरोधों को नष्ट करके आंतों, रक्त और कोशिकाओं को शुद्ध किया जा सकता है, जिससे कई बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। उपवास धार्मिक, आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और स्वास्थ्य की दृष्टि से उपयोगी है, सभी को उपवास करना चाहिए। उपवास को सभी धर्मां में महत्वपूर्ण बताया गया है।
-डॉ0 सुनील जैन ‘संचय’