रतलाम में आचार्यश्री विद्यासागर जी के परम दो शिष्ट जैन मुनियों के मंगल मिलन का गबाह बना। आचार्यश्री के शिष्य मुनि महासागर जी का ससंघ का मंगल प्रवेश जैसे ही रतलाम में हुआ, वैसे ही पूरा वातावरण जय-जयकार की ध्वनि से गूंज उठा। मुनिश्री महासागर जी के मंगल प्रवेश के दौरान आचार्यश्री जी के ही परम शिष्य मुनि समय सागर जी उनकी आगवानी करने विक्रमनगर स्थित जैन मंदिर पहुंचे। यहां दोनों मुनियों का संघ सहित मंगल मिलन हुआ। मुनि महासागर ने मुनि समय सागर की ससंघ परिक्रमा कर वंदना की। उसके बाद दोनों मुनिराजों का ससंघ मंगल मिलन हुआ। उसके बाद चल समारोह निकाला गया, जो शहर के मुख्य मागरे से गुजरा। नगर के जैन समाज के लोगों ने जगह-जगह मुनियों का पाद पक्षालन कर आरती उतारी। चल समारोह स्टेशन रोड स्थित चंद्रप्रमु दिगंबर जैन मंदिर पहुंचा, जहां दोनों मुनियों के प्रवचन हुए। इस कार्यक्रमें ओम अग्रवाल, पारस जैन, डा. निर्मल जैन, दिलीप पाटनी, कमल पापरीवाल, पंकज बिलाला, जर बाकीवाला, दिलीप जैन, राजेंद्र बड़जात्या, दिनेश डासी, पारस जैन, राजेश जैन सहित जैन समाज के लोग उपस्थित थे।