Home Jain News पावापुरी में भगवान महावीर के निर्वाण उत्सव का 2550वां महोत्सव, जुटेंगे लाखों श्रद्धालु

पावापुरी में भगवान महावीर के निर्वाण उत्सव का 2550वां महोत्सव, जुटेंगे लाखों श्रद्धालु

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पावापुरी में भगवान महावीर के निर्वाण उत्सव का 2550वां महोत्सव, जुटेंगे लाखों श्रद्धालु

पावापुरी, जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल, इस वर्ष भगवान महावीर के निर्वाण उत्सव के 2550वें महोत्सव की भव्यता से सजने जा रहा है। यह महोत्सव 30 अक्टूबर से शुरू होकर 31 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा। बिहार सरकार के सहयोग से यह महोत्सव धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण आयोजन होगा, जिसमें देशभर से जैन अनुयायी और तीर्थयात्री शामिल होंगे।

महोत्सव की तैयारियों का शुभारंभ
दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र द्वारा महोत्सव की पत्रिका का विमोचन बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने किया। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि पावापुरी महोत्सव का आयोजन इस वर्ष पहले से भी अधिक भव्य और आकर्षक होगा। इसके साथ ही, पावापुरी के विकास और सुविधाओं को बढ़ाने पर भी चर्चा की गई। मंत्री ने आश्वासन दिया कि पावापुरी को जैन तीर्थ यात्रियों के लिए एक बेहतर और सुविधाजनक स्थल बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

भगवान महावीर की अग्नि संस्कार भूमि पर विशेष पूजा
महोत्सव के मुख्य आयोजनों में 1 नवंबर को दिगंबर जैन मंदिर द्वारा जल मंदिर में भगवान महावीर की अग्नि संस्कार भूमि पर विशेष पूजा का आयोजन होगा, जिसमें भगवान महावीर को लाडू अर्पित किए जाएंगे। यह पूजा जैन अनुयायियों के लिए अत्यधिक श्रद्धा का विषय है, क्योंकि भगवान महावीर ने यहीं अंतिम बार अपनी देह त्याग कर मोक्ष प्राप्त किया था।

तीन दिवसीय मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम
पावापुरी महोत्सव के दौरान एक तीन दिवसीय मेला भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर के श्रद्धालु हिस्सा लेंगे। इस मेले में स्थानीय और देश के ख्यातिप्राप्त कलाकारों द्वारा भगवान महावीर के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से भगवान महावीर के अहिंसा, शांति और सहिष्णुता के संदेश को फैलाया जाएगा, साथ ही जैन धर्म से जुड़ी परंपराओं, इतिहास और संस्कृति का प्रचार-प्रसार भी होगा।

पावापुरी: जैन धर्म का पवित्र तीर्थ स्थल
पावापुरी, जहां भगवान महावीर ने 527 ई. पूर्व कार्तिक अमावस्या के उषाकाल में मोक्ष प्राप्त किया था, जैन धर्म का पवित्र स्थल है। इस पावन धरा से भगवान महावीर ने संसार को अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह और शांति का संदेश दिया था। जैन धर्म के अनुयायी इसी उपलक्ष्य में दीपावली को भगवान महावीर के निर्वाण दिवस के रूप में मनाते हैं।

पावापुरी महोत्सव: जैन धर्मावलंबियों के लिए महत्त्वपूर्ण आयोजन
पावापुरी महोत्सव न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। बिहार सरकार द्वारा राजकीय स्तर पर आयोजित इस महोत्सव में भगवान महावीर के जीवन पर आधारित अनेक कार्यक्रम होते हैं, जो जैन अनुयायियों और पर्यटकों को धार्मिक आस्था से जोड़ने के साथ ही सांस्कृतिक समृद्धि का अनुभव कराते हैं।


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