यह जैन समाज के लिए गर्व का क्षण है कि 1989 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनुराग जैन मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव बने हैं। अनुराग जैन की नियुक्ति से जैन समाज में एक नई प्रेरणा का संचार हुआ है, क्योंकि उनका समर्पण और मेहनत पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी जन धन योजना के सफल क्रियान्वयन में उनकी प्रमुख भूमिका रही है, जिससे उन्होंने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
अनुराग जैन बेहद होनहार और काबिल अफसर माने जाते हैं उन्हें सीएम डा. मोहन यादव के साथ-साथ प्रधानमंत्री की पसंद का अधिकारी भी माना जाता है। यही कारण है कि अनुराग जैन ने दूसरे सभी दावेदारों को छोड़ते हुए अव्वल आए।उन्होंने कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कार जीते हैं, यह सिद्ध करता है कि जैन समाज का हर सदस्य अपनी मेहनत और लगन से बड़े से बड़े पद तक पहुंच सकता है। ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार, वेब रत्न पुरस्कार, और सर्वश्रेष्ठ जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण जैसे सम्मान उनके शानदार करियर की झलक दिखाते हैं।
अनुराग जैन ने प्रदेश से लेकर केंद्र तक महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अनुराग मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले हैं। उन्होंने 1986 में आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक ऑनर्स की डिग्री हासिल की। अनुराग जैन पहली बार साल 1997 में मंडला के कलेक्टर बने थे. इसके बाद मंदसौर और भोपाल के कलेक्टर बने थे. साल 2005 में मुख्यमंत्री के सचिव रहे. फिर साल 2011 में उन्हें वित्तीय मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाया गया. इसके बाद 2018 में मध्य प्रदेश सरकार के वित्त विभाग में प्रमुख सचिव पद दिया गया.
जैन समाज इस उपलब्धि को गर्व के साथ देखता है और उम्मीद करता है कि आने वाली पीढ़ियां अनुराग जैन जैसे महान व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर देश और समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएंगी।