उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने जैन धर्म के प्रमुख पर्व ‘अनंत चतुर्दशी’ के अवसर पर प्रदेशभर में पशुवधशालाओं और मांस-मछली की दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इस आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।
जैन धर्म का महत्वपूर्ण पर्व ‘Daslakshan’ 8 सितंबर से शुरू होकर 17 सितंबर को ‘Anant Chaturdashi’ के दिन संपन्न होगा। अनंत चतुर्दशी के दिन जैन अनुयायी विशेष पूजा-पाठ, व्रत और प्रार्थना करते हैं। यह दिन तीर्थंकरों के द्वारा दिए गए अहिंसा, सत्य, और तप के सिद्धांतों को समर्पित होता है। इस दिन जैन समुदाय अहिंसा और सत्य के महत्व पर ध्यान केंद्रित करता है और अपने जीवन में शुद्धता, शांति और सद्भाव बनाए रखने का संकल्प लेता है।
इसके अलावा, अनंत चतुर्दशी को मोक्ष प्राप्ति का प्रतीक माना जाता है, जब जैन अनुयायी अपने जीवन में सभी प्रकार के सांसारिक बंधनों से मुक्ति पाने की दिशा में प्रयासरत होते हैं। इस पर्व के माध्यम से वे आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।
जैन समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए, सरकार ने यह निर्णय लिया है कि 17 सितंबर को पूरे प्रदेश में सभी पशुवधशालाएं और मांस की दुकानें बंद रहेंगी। इस आदेश को लागू करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्रों में इसका सख्ती से पालन कराएं, जिससे राज्य में शांति और सद्भाव कायम रहे और जैन समुदाय के इस विशेष पर्व का उचित सम्मान किया जा सके।
दशलक्षण पर्व जैन धर्म के प्रमुख सिद्धांत ‘अहिंसा परमो धर्म’ और ‘जीओ और जीने दो’ के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है, जो मोक्ष के मार्ग की ओर अग्रसर करता है। योगी सरकार के इस फैसले को जैन समाज ने सराहा और इसे समुदाय की भावनाओं के प्रति सरकार की संवेदनशीलता का प्रतीक बताया।