बेंगलूरु। बेलगावी जिले में एक जैन आचार्य की हत्या की सीबीआइ जांच से इनकार करने के बाद विपक्षी दल भाजपा ने मंगलवार को सिद्धरामय्या सरकार पर मामले को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में अध्यक्ष के आसन के सामने हंगामा किया।
भाजपा के विरोध के कारण दिन के उत्तरार्द्ध में सदन की कार्यवाही बाधित हुई और विधानसभा अध्यक्ष यूटी खादर को सदन को पहले कुछ मिनटों के लिए और फिर शेष दिन के लिए स्थगित करना पड़ा। भाजपा ने यह आरोप लगाते हुए कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से राज्य में हत्या के मामले बढ़ रहे हैं, मैसूर जिले में ‘युवा ब्रिगेड’ के एक सदस्य की हत्या का मामला भी उठाया और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के बारे में सरकार से सवाल किया। भाजपा विधायकों ने राज्य से निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
जैन आचार्य हत्या मामले में भाजपा की सीबीआइ जांच की मांग को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या और गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि सरकार ने सभी मामलों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामलों की कुशलतापूर्वक जांच कर रही है और सच्चाई सामने लाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।
सत्ता पक्ष द्वारा मांग पर ध्यान नहीं दिए जाने पर भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आरोप लगाया कि सरकार ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है। उन्होंने कहा, ‘हमें इस सरकार और उसके कार्यों पर कोई भरोसा नहीं है, इसलिए हम विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भाजपा विधायक आसन के समक्ष आ गए।
बेलगावी के चिक्कोडी तालुक के हिरेकोडी गांव में नंद पर्वत आश्रम के जैन आचार्य कामकुमार नंदी की पिछले हफ्ते कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। उनके शव को रायबाग तालुक के खटकभावी गांव में एक बोरवेल में फेंक दिया गया था।