इंदौर। श्रमण संस्कृति के महामहिम संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज की सर्वश्रेष्ठ विदुषी शिष्या आर्यिका रत्न 105 पूर्णमति माताजी जिनका ज्ञान घट तीनों लोकों के ज्ञान से लबालब भरा है और जिनके कंठ में माधुर्य और जिव्हा पर सरस्वती विराजमान है का वर्ष 2022 का चातुर्मास मिनी बुंदेलखंड के रूप में स्थापित एवं चर्चित छत्रपति नगर में होगा। इस खबर से न केवल छत्रपति नगर बल्कि संपूर्ण इंदौर नगर के दिगंबर जैन धर्मावलंबियों में खुशी की लहर व्याप्त है।
संप्रति माता जी का इंदौर के लिए बिहार चल रहा है और माताजी का संघ (8 पिच्छी) आज आष्टा में विराजमान हैं
और कल रविवार को प्रातः आष्टा से इंदौर के लिए पुनः बिहार होगा। दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के मंत्री
एवं छत्रपति नगर जैन समाज के कार्य अध्यक्ष डॉक्टर जैनेंद्र जैन ने बताया कि संभवत 4 जुलाई को माताजी का इंदौर नगर में मंगल प्रवेश होगा, छत्रपति नगर की दिगंबर जैन समाज माताजी के बिहार, निहार और आहार चर्या में पूर्ण समर्पण के साथ अपनी भूमिका निभा रहा है, और छत्रपति नगर में उनके चातुर्मास की भव्य तैयारियां चल रही है।
आज संपूर्ण इंदौर नगर माता जी के आगमन की राह देख रहा है वही छत्रपति नगर पलकों की कालीन बिछाए माता जी की चरण वंदना और अगवानी के लिए आतुर और प्रतीक्षारत है। आपने कहा की माताजी का इंदौर में वर्षायोग होने से धर्म की बहुत प्रभावना होगी।
— डॉक्टर जैनेंद्र जैन