मुंबई: जैन समुदाय के प्रमुख संत पंजाब केसरी आचार्य श्री विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा.समुदाय के शांतिदूत, वर्तमान गच्छाधिपति परम पूज्य आचार्य श्री विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा.को महाराष्ट्र प्रवास के दौरान राजकीय अतिथि का दर्जा देने की मांग राज्य सरकार से शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने की है ।
राज्य के गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड,विधायक गीता जैन,पूर्व सांसद आनंद परांजपे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा कि गुरुदेव भारत देश तथा जिनशासन की सेवा में समर्पित व प्रमुख संतो में है।वह सम्पूर्ण देश में पैदल यात्रा करते हैं । राजस्थान , गुजरात तथा मध्यप्रदेश से होते हुए अभी उनका आगमन महाराष्ट्र में हुआ है । पैदल यात्रा में सुरक्षा की दृष्टि से 23 मई से 3 जून 2022 तक उन्हें राजकीय अतिथि का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने अनेक परोपकारी कार्य फिर वह चाहे धार्मिक हो , शैक्षिणक , चिकित्सिक , या सामाजिक हों उन्होंने किये हैं व विगत 55 वर्षों से निरंतर पद यात्रा कर रहे हैं। वह लगभग पौने दो लाख किलोमीटर की पद यात्रा करके जन सेवा तथा राष्ट्र उन्नति के कार्यों में देश की चारों दिशाओं में परिभ्रमण कर चुके हैं । उनके साथ बड़ी संख्या में साधु – साध्वी भी चल रहे हैं । सड़कों पर अत्यधिक वाहनों का तेज रफ्तार से आवागमन चलता है तो पद यात्रा में राज्य द्वारा उन्हें सुरक्षा प्रदान करवाना बहुत जरूरी है ।
ज्ञात हो पंजाब , हरियाणा के बाद हाल ही में मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान वहां की सरकारों ने उन्हें राजकीय अतिथि घोषित किया था। इस संबंध में विधायक गीता जैन ने मुख्यमंत्री ठाकरे से मुलाकात के दौरान पत्र दिया था।
इस संबंध में मीरा भायंदर रांकपा जिलाध्यक्ष अरुण कदम व रांकपा महिला कोकण विभाग की महासचिव अनु पाटिल द्वारा इसके लिए पूरे प्रयास किये जा रहे हैं।
इन प्रयासों के लिए यूथ फोरम के अध्यक्ष दीपक जैन ने सभी नेताओं का आभार माना है।जैन ने कहा कि हमें विश्वास है कि महाराष्ट्र सरकार भी ऐसे प्रभावशाली तथा राष्ट्रसेवक संत , गच्छाधिपति जैनाचार्य को राजकीय अतिथि का दर्जा प्रदान करके भारतीय संत परम्परा को सम्मानित करेंगे ।