कोटा। आचार्य श्री ज्ञानसागर, जी महाराज ससंघ का शुक्रवार को विज्ञाननगर स्थित श्री दिगंबर जैन मन्दिर कोटा से मंगलविहार हुआ। पद विहार करते हुए आचार्य ससंघ का मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन मन्दिर, त्रिकाल चौबीसी, आरकेपुरम में मंगल प्रवेश हुआ। आचार्य श्री का 108 मंगल कलशों से श्रद्धालुओं ने पाद प्रक्षालन किया। इस दौरान जगह-जगह पाद प्रक्षालन, मंगल आरती हुई। श्रद्धालुओं ने खूब भक्ति भाव और श्रद्धा पूर्वक अगवानी की।
समिति अध्यक्ष जिनेंद्र जैन ने बताया कि धर्मसभा के प्रारंभ में मंगलाचरण पाठ श्रद्धालुओं को भावविभोर करते हुए। धर्मसभा का सफल संचालन पंडित अभिषेक जैन शास्त्री ने किया। महाराज श्री ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अभी सोलह कारण व्रत चल रहे हैं। इसमें दर्शन विशुद्धि भावना को समझाया। उन्होने कहा कि हमें अपने सम्यक दर्शन को मजबूत बनाने के लिए मिथ्या तत्व को छोड़ कर जीवनयापन करना चाहिए। हम अपने जीवन में जितना समर्पण रखेंगे। इसके प्रभाव से हमारे घरों में स्वर्ग का वातावरण रहेगा। अगर हमने दूसरों की बात को काटना चाहा तो उससे हमें भी उसके दुष्परिणाम का सामना करना पड़ेगा।
— अभिषेक जैन लुहाडीया रामगंजमंडी