अद्वितीय जैन तीर्थ श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ – शिरपूर

इस भव्य चमत्कारी प्रतिमा का इतिहास बहुत ही प्राचीन है| श्वेताम्बर मान्यतानुसार कहा जाता है, राजा रावण के बहनोई पाताल लंका के राजा खरदूषण के सेवक माली व् सुमाली ने पूजा निमित्त इस प्रतिमा का निर्माण बालू व् गोबर से किया था| जाते समय प्रतिमाजी को नजदीक के जलकुंड में विसर्जित किया था| शताब्दियो तक … Continue reading अद्वितीय जैन तीर्थ श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ – शिरपूर